देवभूमि न्यूज 24.इन
⭕ज्योतिष शास्त्र में दान का बहुत अधिक महत्व बताया गया है. दान देने से कई बार कुंडली में ग्रहों को दोषों का प्रकोप कम होता है और व्यक्ति को उससे जनिक परेशानियों से आराम मिलता है. वैसे भी जरूरतमंदों को उनकी आवश्यकता के अनुसार दान देना चाहिए. ऐसा करने से पुण्य फल की अधिक प्राप्ति होती है. दान करने में कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है तभी वह सफल माना जाता है. निस्वार्थ भाव से दान करना चाहिए, बहुत दुख या द्वेष की भावना से किया गया दान व्यर्थ चला जाता है.
⚜️१. तेल का दान
सरसों के तेल का दान बहुत ही अच्छा माना गया है लेकिन कुछ लोग इस्तेमाल में किया गया तेल भी दान में दे देते हैं, ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. यह आपको पाप का भागीदार बना सकता है. कभी भी दान में इस्तेमाल किया हुआ तेल नहीं देना चाहिए इससे भगवान शनिदेव रुष्ट हो जाते हैं.
⚜️२. हल्दी का दान
सूर्यास्त के बाद में हल्दी का दान कभी भी नहीं करना चाहिए, खासतौर पर गुरुवार के दिन क्योंकि हल्दी का संबंध गुरु से माना जाता है. हल्दी का दान करने से गुरु कमजोर होते हैं जिससे जीवन में परेशानी आती है और घर में अशांति रहती है.

⚜️३. न करें नमक का दान
इसी तरह नमक का दान तो कभी भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि नमक का दान करने से माता लक्ष्मी नाराज होकर चली जाती हैं.
⚜️४. बर्तनों का दान
कभी भी प्लास्टिक स्टील कांच और एल्यूमीनियम या इससे बने हुए बर्तन का दान नहीं करना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है, इन चीजों के दान से कारोबार में घाटा होने की आशंका बनी रहती है और परिवार की सुख शांति भी खतरे में आ जाती है.
⚜️५. धार्मिक किताबें का दान
बहुत से लोग अक्सर पुण्य फलों की प्राप्ति के लिए धार्मिक ग्रंथो का दान करते हैं, लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी फटे हुए ग्रंथ और धार्मिक किताबें दान में नहीं देनी चाहिए क्योंकि इन्हें दान करने से घर में दुर्भाग्य आने लग जाता है.
*🚩हरिऊँ🚩*