देवभूमि न्यूज नेटवर्क
राजीव शर्मन,ब्यूरो
ऊना, हिमाचल प्रदेश
शिखा मनकोटिया हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के हरोली उपमंडल के गांव पंजवार की बेटी हैं। उन्हें हाल ही में दुबई में आयोजित 2nd अंतरराष्ट्रीय महिला संसदीय फोरम में आइकॉनिक वुमेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया है। शिखा को यह अवॉर्ड योग और महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया है।
शिक्षा और योग यात्रा
शिखा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा दिल्ली और पंजवार के सेंट मीरा पब्लिक स्कूल में पूरी की। उन्होंने 12वीं कक्षा गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बड़ेहड़ा राजपूताना से पास की। इसके बाद उन्होंने बीसीए की डिग्री हंसराज महिला महाविद्यालय, जालंधर से प्राप्त की और एमसीए सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से किया।
शिखा की योग यात्रा तब शुरू हुई जब वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं। उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन योग थैरेपी पंजाब यूनिवर्सिटी से किया और फिर एमए योग उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से पूरा किया। इसके बाद उन्होंने प्रीनेटल और पोस्टनेटल टीचर ट्रेनिंग भी की।
विदेश में योग थैरेपिस्ट के रूप में कार्य
शिखा को सिंगापुर से योग थैरेपिस्ट के रूप में कार्य करने का अवसर मिला। उन्होंने सिंगापुर में योग थैरेपिस्ट और प्रीनेटल/पोस्टनेटल ट्रेनर के रूप में काम किया और अच्छा अनुभव हासिल किया। इस दौरान उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से गर्भ संस्कार में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी किया और यूनिवर्सिटी टॉप की।
अन्य उपलब्धियां
- शिखा ने दुबई में साइंटेक्स कॉन्फ्रेंस में शोध पत्र प्रस्तुत किया और बेस्ट प्रेजेंटेशन अवार्ड प्राप्त किया।
- उन्हें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर आकाशवाणी धर्मशाला में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था।
- अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ द्वारा प्रकाशित पुस्तक “डिस्कवर द अनटैप्ड टैलेंट इन द फील्ड ऑफ योगा” में देश के 21 प्रेरणादायक योगियों में उनका चयन हुआ है।
- उन्हें भारत गौरव 2025 अवार्ड से सम्मानित किया गया है और वह स्टेट चेयरपर्सन, इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन एंड क्राइम कंट्रोल की अग्रणी भूमिका निभा रही हैं