देवभूमि न्यूज 24.इन
🌞वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सप्ताह के हर दिन का संबंध एक ग्रह और विशेष रंगों से माना गया है. जिस तरह सोमवार को चंद्रमा और सफेद रंग को महत्व दिया गया है, वैसे ही रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित माना जाता है.
सूर्य देव को जगत का पालनकर्ता और ऊर्जा का स्रोत कहा गया है. मान्यता है कि रविवार को कपड़े पहनते समय विशेष रंगों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि यह हमारे व्यक्तित्व, ऊर्जा और भाग्य पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि रविवार को किन रंगों के कपड़े पहनने से बचना चाहिए और क्यों.
⚜️रविवार का स्वामी ग्रह और रंग
रविवार का स्वामी ग्रह सूर्य देव हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य का प्रिय रंग लाल और नारंगी माना जाता है. यही कारण है कि रविवार को इन रंगों के कपड़े पहनना शुभ और ऊर्जावान माना गया है. सूर्य आत्मविश्वास, शक्ति, सफलता और नेतृत्व क्षमता का कारक है. लेकिन इसी दिन कुछ रंगों के कपड़े पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि ये सूर्य की ऊर्जा के विपरीत असर डाल सकते हैं.

⚜️रविवार को किन रंगों से बचना चाहिए?
काले रंग के कपड़े- काला रंग शनि ग्रह का प्रतिनिधि माना जाता है. चूंकि, रविवार को सूर्य का दिन है और शनि व सूर्य का आपस में छठा-आठवां (षडाष्टक) संबंध माना गया है, इसलिए इस दिन काले कपड़े पहनना अशुभ फलदायी हो सकता है. इससे आलस्य, थकान और मानसिक तनाव बढ़ सकता है. साथ ही, काम में रुकावटें आ सकती हैं.
⚜️नीले रंग के कपड़े
नीला रंग भी शनि और राहु से जुड़ा माना गया है. रविवार को यह रंग पहनने से सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा कमजोर हो सकती है. इससे आत्मविश्वास कम हो सकता है. निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
⚜️ग्रे या गहरे भूरे रंग के कपड़े
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये रंग उदासी और नकारात्मकता का प्रतीक माने जाते हैं. रविवार को ऐसे कपड़े पहनने से मन में निराशा, आलस्य और ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है. कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है. पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में भी ठंडापन आ सकता है.
⚜️रविवार को कौन-से रंग का कपड़ा पहनना शुभ है?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लाल, नारंगी और सुनहरा रंग सूर्य को प्रिय हैं. ये रंग आत्मविश्वास, साहस, सफलता और उन्नति को बढ़ाते हैं. ऐसे में रविवार को इन रंगों के कपड़े पहनकर आप दिनभर सकारात्मक ऊर्जा और जोश महसूस करेंगे.
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