देश मे 12 वर्षों से तांडव भी हुए ड्रामे भी हुए,धर्म के नाम पर नफरत का माहौल भी बना

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*देवभूमि न्यूज 24.इन*

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ संघ प्रमुख भागवत से निवेदन है कि पिछले 12 सालों से देश में बहुत तांडव भी हुआ बड़े बड़े ड्रामे तमाशे भी हुए और धर्म के नाम पर नफरत का माहौल भी बना और इससे देश का बहुत बड़ा नुकसान भी हुआ। राजनीतिक माहौल भी बहुत तनावपूर्ण बना। देश आर्थिक दृष्टि से कमजोर हुआ विशेषकर गरीब अमीर की खाई पहले से बहुत बढ़ गई है अडानी अंबानी ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर अपना कब्जा जमा लिया है मीडिया को भी पूरी तरह अपनी ग्रिप में किया है। विदेश नीति भी भारत की बहुत ही लचर हुई है। आज अमेरिका से तनावपूर्ण रिश्ते बने हैं और चीन पाकिस्तान भी भारत से टकराने के लिए बहुत आगे बढ़े हैं। भारत के पड़ोसियों से भी तनाव पूर्ण रिश्ते जगजाहिर हैं। पूरे विश्व में भारत की स्थिति कमजोर हुई है और संयुक्त राष्ट्र संगठन में भी भारत की स्थिति पहले जैसी नहीं है। आप तीनों सत्ता के शिखर पर हैं और इस स्थिति के लिए जिम्मेदार भी।
चुनाव आयोग जिसे देश में स्वतंत्र रूप में काम कर फ्री एंड फेर यानी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है आज सीधे भाजपा संघ के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है। इसका सीधा प्रमाण 2024 लोकसभा चुनाव में की गई धांधली जिसे विपक्ष वोट चोरी कह रहा है बहुत ही संगीन आरोप ही नहीं है इसके साक्ष्य यानी सबूत हैं इसे झुठलाया नहीं जा सकता है। यहां तक कहा जा रहा है और इसमें सच्चाई भी नजर आती है कि ये जो सरकार बनी है बिल्कुल असंवैधानिक तरीके अपना कर बनी है और वैध नहीं है टिकी भी चंद्र बाबू नायडू और नीतीश कुमार के स्वार्थ के बल पर है ।

केंद्र की NDA की सरकार बनने के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव में भी वोटों की हेरा फेरी हुई है सरकारें बेईमानी से बनी हैं इसके भी सबूत हैं। एक तरफ चुनाव आयोग ने हरियाणा महाराष्ट्र झारखंड के विधानसभा चुनाव इकट्ठे नहीं करवाए यह केवल भाजपा संघ को फायदा पहुंचाने के लिए उसी तरह जैसे लोकसभा के चुनाव भाजपा संघ को बढ़त देने के लिए दो महीने वो भी प्रचंड गर्मी की लंबी अवधि जिससे प्रधानमंत्री को लंबा वक्त प्रचार के लिए मिले की मंशा से किया गया। इसकी निष्पक्ष जांच होनी ही है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो। और जांच से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्तीफा दें और केंद्र में मिली जूली सरकार बने। यदि ऐसे ना हो तो सुप्रीम कोर्ट खुद संज्ञान ले कर निष्पक्ष जांच करे। ऐसा करना लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए जरूरी है।
अब बिहार में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी की वोट अधिकार यात्रा इसी मुद्दे पर हुई है जिसमें पहले 2024 लोकसभा और बाद में हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा में चुनाव आयोग की लाहपरवाही और मिलीभगत से चुनाव धांधली या वोट चोरी से जीतने और अब बिहार में अपरा तफरी में SIR यानि गहन वोटर निरीक्षण सही वोटर लिस्ट बनाने के नाम पर बड़े स्तर पर वोट काटने और फर्जी वोट जोड़ने जो पहले लोकसभा और हरियाणा महाराष्ट्र यहां तक उड़ीसा में हो चुका है करने की नियत से की जा रही है एक बहुत बड़ा मुद्दा है। इससे बिहार में बहुत बड़े पैमाने पर जन समर्थन मिला है। क्योंकि चुनाव आयोग की बदनीयत है नहीं तो गहन वोट निरीक्षण के लिए काफी समय चाहिए़ होता है एक महीने में संभव नहीं होता है और उस स्थिति में जब बिहार में ज्यादातर हिस्सा बाढ़ प्रभावित है लोग बाढ़ से त्रस्त हैं और बाहर रोजी रोटी कमाने गए हुए हैं। 2003 के वोटर के बाद के वोटर को 11 दस्तावेज में से एक दिखाना होगा जो कि ज्यादातर के पास है ही नहीं। इसे बनाने के लिए ही दौड़भाग करनी पड़ रही है। यदि यह बदनीयत नहीं है तो बहुत बड़ी नादानी जरूर है। पर ज्ञानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त और दूसरे चुनाव आयुक्त प्रशासन में लंबी सेवाएं दे चुके हैं अनुभव भी लंबा है तो इस तरह के आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती।
अब बिहार में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और तेजस्वी को जन समर्थन मिलता देख देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बौखलाते हुए एक छोटी सी हरकत जो किसी व्यक्ति ने की जो कि यात्रा के रास्ते में एक कांग्रेस के मंच यहां राहुल गांधी और तेजस्वी रुके ही नहीं क्योंकि यह मंच इसका हिस्सा नहीं था पर किसी कांग्रेस नेता ने बनाया था। यात्रा जाने के बाद किसी ने प्रधानमंत्री को हो सकता है यह करवाया गया हो मां के नाम की गाली निकाली। यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए था और इसके लिए प्रशासन को उस व्यक्ति विशेष या जिसने मंच लगाया और यदि उसकी सहमति से यह हुआ है तो एक्शन लिया जा सकता है और ऐसा हुआ भी है कि उस व्यक्ति को अरेस्ट भी किया गया है छानबीन भी हुई और वे एक साधारण ड्राइवर हैं और उसका कांग्रेस से कोई लेना देना भी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा संघ ने इसे बिहार चुनाव के लिए बहुत बड़ा मुद्दा बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भावनात्मक अपील भी जारी कर दी। इतना ही नहीं पहले भाजपा संघ के लोगों ने पटना में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में हमला किया लाठियां चलाईं और कल बिहार बंद किया। यह पहली बार हो रहा है कि सत्ता में बैठे प्रधानमंत्री के इशारे पर किसी चुनाव के फायदे के लिए वहां की अपनी पार्टी की सांझी सरकार प्रायोजित बंद हो। इस बंद में सोशल मीडिया पर देखा गया कि भाजपा संघ के लोग एक महिला टीचर जो स्कूल जा रही थी उसे जबरन रोका गया उसके साथ धक्का मुक्की की गई जलील किया गया। एक जगह प्रदर्शन के दौरान एक वर्कर पत्थर मारता नजर आया और भाजपा के नेता मरीज के जाते हुए व्हीकल को रोकते नजर आए। इतना ही नहीं एक गाड़ी में मरीज की हालत बहुत ही गंभीर थी उसके परिवार वाले चीख रहे थे पर भाजपा संघ के लोग उन्हें रोके हुए थे। इतनी बड़ी असंवेदनशीलता किसी प्रधानमंत्री या किसी राजनीतिक पार्टी या संघ की देश कैसे बर्दाश्त करेगा समझ से परे है। भाजपा संघ के IT cell जो देश में शुरू यानी 2014 से झूठ फरेब के संदेश भेजने के लिए लगे हुए हैं वो प्रचारित कर रहे हैं कि देश के हालात बाहरी शक्तियों द्वारा केंद्र सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अस्थिर करने का षड्यंत्र कर रहे हैं और इसमें राहुल गांधी को विशेषकर टारगेट किया जा रहा है जो कि सरासर झूठ और बदनीयत से है ऐसा प्रतीत होता है। देश के हालात नाजुक हैं चुनाव आयोग अपनी विश्वसनीयता खो चुका है लोगों का मौजूदा चुनाव आयोग जिसे अभी अभी कानून बना कर भाजपा संघ सरकार ने अपने लोग बैठाए हैं से भरोसा उठ चुका है क्योंकि चुनाव आयोग निष्पक्ष निर्णय नहीं ले रहा है। चुनाव आयोग की मंशा अभी भी बिहार में वोटर लिस्ट में शरारतन वोट काटने और फर्जी वोट और डबल वोट की हरा फेरी करने के लिए आमादा है और ये संभव भी है क्योंकि बिहार में भाजपा संघ जेडीयू की मिलीजुली सरकार है और जिस सरकारी तंत्र की वोट लिस्ट बनाने की जिम्मेदारी है वो सीधे इनके नियंत्रण में यानी प्रभाव में है। इसलिए यदि ऐसा होता है तो विपक्ष भी अब चुप नहीं बैठेगा क्योंकि अब पानी सिर से ऊपर चला गया है।
इसलिए वैसे गांधी और बुद्ध के देशवासी शांतिपूर्ण आंदोलन में ही विश्वास रखते हैं पर सत्ता पक्ष अपने अडिग रवैया से स्थिति को गंभीर बनाएगा तो देश के हालात खराब होंगे और इसके लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा संघ का शीर्ष नेतृत्व ही जिम्मेदार होगा।
सभी से अपील है कि देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए शांतिपूर्ण पहल करें।
जय हिंद जय संविधान

डॉ अशोक कुमार सोमल
स्वराज सत्याग्रही व पर्यावरण एवं लोकतंत्र प्रेमी
लोकतांत्रिक राष्ट्रनिर्माण अभियान