*देवभूमि न्यूज 24.इन*
पितृपक्ष अपने पूर्वजों की कृपा पाने का विशेष अवसर है, जिसे हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवधि में घर-परिवार में तर्पण, हवन व धूप दान जैसे पुण्य कार्य किए जाते हैं।
इसके अलावा पितरों की आत्मशांति के लिए पिंडदान और ब्राह्मणों को भोजन भी कराया जाता है। मान्यता है कि इससे पूर्वजों का आशीर्वाद वंशों पर बना रहता है और वह प्रसन्न होते हैं। वहीं घर से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जाएं दूर होती हैं। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से पितृ पक्ष प्रारंभ होते हैं, जो आश्विन मास की अमावस्या तिथि तक रहते हैं। इस बार 7 सितंबर 2025 को पितृपक्ष की शुरुआत होगी। इस तिथि पर साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का साया बना हुआ है। ऐसे में ग्रहण और पितरों के श्राद्ध करने का समय क्या रहेगा, आइए जानते हैं।
⚜️श्राद्ध और चंद्र ग्रहण
ज्योतिषियों के मुताबिक 7 सितंबर 2025 को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह भाद्रपद महीने की पूर्णिमा तिथि है और इसी दिन से पितृपक्ष की शुरुआत होगी। इस दिन रात 9 बजकर 58 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगने वाला है, जो देर रात 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा। बड़ी बात यह है कि यह ग्रहण भारत में नजर आएगा।

चूंकि ग्रहण का साया भारत पर बना हुआ है, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा। ऐसे में 7 सितंबर 2025 को सूतक काल दोपहर 12 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा। इसके प्रारंभ होने पर किसी भी तरह की शुभ काम, खरीदारी, पूजा-पाठ, मंदिरों में जाना आदि कार्य नहीं करने चाहिए। इसलिए आप इस दिन दोपहर 12 बजकर 59 मिनट से पहले पहले श्राद्ध, पिंडदान, पवित्र नदियों में स्नान व तर्पण आदि पुण्य काम कर सकते हैं।
⚜️श्राद्ध तिथियां 2025
- पूर्णिमा श्राद्ध 07 सितम्बर 2025, रविवार
- प्रतिपदा श्राद्ध 08 सितम्बर 2025, सोमवार
- द्वितीया श्राद्ध 09 सितम्बर 2025, मंगलवार
- तृतीया श्राद्ध 10 सितम्बर 2025, बुधवार
- चतुर्थी श्राद्ध 10 सितम्बर 2025, बुधवार
- पञ्चमी श्राद्ध 11 सितम्बर 2025, बृहस्पतिवार
- महा भरणी 11 सितम्बर 2025, बृहस्पतिवार
- षष्ठी श्राद्ध 12 सितम्बर 2025, शुक्रवार
- सप्तमी श्राद्ध 13 सितम्बर 2025, शनिवार
- अष्टमी श्राद्ध 14 सितम्बर 2025, रविवार
- नवमी श्राद्ध 15 सितम्बर 2025, सोमवार
- दशमी श्राद्ध 16 सितम्बर 2025, मंगलवार
- एकादशी श्राद्ध 17 सितम्बर 2025, बुधवार
- द्वादशी श्राद्ध 18 सितम्बर 2025, बृहस्पतिवार
- त्रयोदशी श्राद्ध 19 सितम्बर 2025, शुक्रवार
- मघा श्राद्ध 19 सितम्बर 2025, शुक्रवार
- चतुर्दशी श्राद्ध 20 सितम्बर 2025, शनिवार
- सर्वपितृ अमावस्या 21 सितम्बर 2025, रविवार
*🚩हरिऊँ🚩*