*देवभूमि न्यूज 24.इन*
⭕पितृपक्ष 2025: शास्त्रों में कहा गया है कि पितर प्रसन्न या अप्रसन्न होने पर विशेष संकेत स्वप्न, वातावरण और दैनिक अनुभवों के माध्यम से देते हैं।
यह संकेत सूक्ष्म होते हैं और ध्यान से अनुभव किए जा सकते हैं।
🚩पितरों के प्रसन्न होने के संकेत- स्वप्न में गाय, हरा वृक्ष, निर्मल जल, मंदिर, धूप-दीप दिखाई देना। पितर स्वप्न में प्रसन्न मुद्रा में आशीर्वाद देते दिखें। दूध, दही, चावल या सफेद फूल स्वप्न में मिलना। पूर्वज स्नान, नए वस्त्र या प्रसन्न चेहरे से दिखाई दें। घर में अचानक सुगंध का अनुभव होना। पितृपक्ष के दिनों में मन में अनायास शांति और संतोष का भाव आना। बिना कारण कार्यों में सफलता और बाधाओं का दूर होना। पक्षियों (विशेषकर कौआ, कबूतर) का आकर श्रद्धा से अन्न ग्रहण करना।

🚩स्वप्न में पितरों के अप्रसन्न होने के संकेत:- पितर फटे-पुराने कपड़ों में भूखे-प्यासे या दुखी मुद्रा में दिखें। स्वप्न में सूखा वृक्ष, श्मशान, अंधेरा, अशुद्ध जल दिखाई देना। पूर्वज भोजन या जल मांगते हुए नजर आएं। घर में लगातार कलह, रोग, मानसिक तनाव या आर्थिक हानि होना। अचानक बार-बार कौआ या कुत्ते का करुण स्वर में रोना/आवाज़ करना। श्राद्ध के अन्न को कौआ, कुत्ता या पंछी ग्रहण न करें। घर में पूजा के दीपक या धूप बार-बार अपने आप बुझ जाना।
🚩यदि अप्रसन्नता के संकेत मिले तो करें ये उपाय:- पितृपक्ष में पूरे श्रद्धाभाव से श्राद्ध और तर्पण करें। ब्राह्मण भोजन और गौदान अवश्य करें। शनिवार या अमावस्या के दिन पीपल के नीचे जल और तिल अर्पित करें। हर अमावस्या पर पितरों के नाम से दीपदान करें।
*🚩हरिऊँ🚩*