अब सर्दी के मौसम को लेकर बड़ी भविष्यवाणी, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी

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देवभूमि न्यूज 24.इन


उत्तर भारत में इस बार सर्दियां बेहद सख्त होने वाली हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है कि 2025 की ठंड अब तक के कई रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इस बार केवल ठंड ही नहीं बल्कि घनी धुंध और शीतलहर भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनेंगी।

मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर 2025 के पहले सप्ताह से ही ठंड की हल्की दस्तक शुरू हो जाएगी। दशहरे और दिवाली के बीच हल्की ठंड महसूस होगी, लेकिन त्योहारों के बाद जैसे-जैसे तापमान गिरेगा, ठंड और भी तेज होती चली जाएगी। दिसंबर और जनवरी के महीने इसके चरम पर होंगे। इस दौरान न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार ठंड इतनी कड़ाके की होगी कि रजाई और कंबल भी कम पड़ सकते हैं। उत्तर भारत के कई राज्यों—उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान—में इसका गहरा असर दिखाई देगा। शीतलहर के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि ठंड के साथ-साथ घनी धुंध भी उत्तर भारत को अपनी चपेट में लेगी। दिसंबर और जनवरी में धुंध का असर इतना गहरा होगा कि सुबह और रात के समय दृश्यता काफी कम हो सकती है। इसका सीधा असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर पड़ेगा। शीतलहर और घनी धुंध मिलकर आम लोगों की मुश्किलें और बढ़ा देंगी। वहीं 2 से 5 अक्टूबर के बीच मानसून के पूरी तरह विदा होने की संभावना है। इसके तुरंत बाद उत्तर भारत में पश्चिमी हवाओं का दबाव बढ़ेगा, जिससे तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार ठंड का मौसम न सिर्फ कड़ा होगा बल्कि लंबा भी चलेगा, जो फरवरी तक जारी रहेगा।