तिहाड़ जेल जिनका ठिकाना, शौक खून-खराबा करवाना… दिल्ली के वो 5 गैंगस्टर्स, जो जेल से चलाते हैं अपना साम्राज्य

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली

चकाचौंध से भरी दिल्ली में अपराध की एक अलग दुनिया है, नामी-गिरामी गैंगस्टर्स। सबका अपना ‘काला कारोबार। काम करने के अलग-अलग तरीके। इनमें से कई गैंगस्टर्स तो ऐसे हैं, जो जेल में बैठकर ‘अपराध का साम्राज्य’ चला रहे हैं। सजा काट रहे इन गैंगस्टरों का एक इशारा.. और देश के किसी भी कोने में हत्या-चोरी-अपहरण और डकैती हो जाती है। ऐसे ही 5 गैंगस्टर्स की कहानी आज हम आपके सामने लेकर आए हैं, जो देश के सबसे खतरनाक जेल ‘तिहाड़’ में बैठकर बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं। आइए जानते हैं इन कुख्यात गैंगस्टर्स के बारे में…
तिहाड़ दिल्ली की सबसे खतरनाक जेल है, जहां कुख्यात गैंगस्टर बंद हैं

1.नीरज बवाना: पिता कंडक्टर, बेटा बन गया डॉन
दिल्ली का सबसे कुख्यात गैंगस्टर है नीरज बवाना, जिसका जन्म दिल्ली के बवाना गांव में साल 1988 में हुआ। बेहद सामान्य या कहिए गरीब परिवार में जन्मे बवाना का असली नाम नीरज सहरावत है, लेकिन वह नाम के पीछे अपने गांव का नाम बवाना लगाता है। नीरज के पिता प्रेम सिंह एक बस कंडक्टर थे। जिस समय नीरज के दोस्तों ने कॉलेज का रुख किया, उस समय ही नीरज ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। साल 2007 यानी 19 साल की उम्र में नीरज ने कई छोटी-मोटी चोरियां कीं। सफलता मिलने और चोरी की आदत लगने के बाद नीरज ने लूट को भी अंजाम देना शुरू कर दिया। नीरज पर मर्डर, लूट और फिरौती के लिए धमकी देने के एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। नीरज तिहाड़ जेल से ही अपना गैंग चलाता है। नीरज बवाना को लॉरेंस बिश्नोई का सबसे बड़ा दुश्मन कहा जाता है।

2.काला जठेड़ी: पहलवान, जो बन गया गैंगस्टर
लिस्ट में दूसरे सबसे खतरनाक गैंगस्टर का नाम है काला जठेड़ी, जिसका असली नाम संदीप झांझरिया है। वैसे तो काला जठेड़ी हरियाणा के सोनीपत के जठेड़ी गांव का रहने वाला है, लेकिन पूरे दिल्ली-एनसीआर में उसने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। संदीप को पहलवानी का शौक था, लेकिन 12वीं के बाद उसने ITI डिप्लोमा में एडमिशन ले लिया, हालांकि वह इसे पूरा नहीं कर पाया। जठेड़ी फौज में जाना चाहता था। लेकिन डिप्लोमा की पढ़ाई छूटने के बाद उसने केबल ऑपरेटर का काम शुरू कर दिया, लेकिन इस काम में उसका मन ज्यादा दिनों तक नहीं लग सका और उसने जुर्म की दुनिया में कदम रख लिया। साल 2009 में उसने पहली हत्या की। काला जठेड़ी के दो छोटे भाई हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। दोनों के बच्चे भी हैं।
3.हाशिम बाबा: संजय दत्त के किरदारों से ली ‘प्रेरणा’
दिल्ली के गैंगस्टर्स की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हाशिम बाबा का नाम दर्ज है। हाशिम बाबा का असली नाम आसिम है। उसके नाम की कहानी काफी रोचक है। हाशिम संजय दत्त के किरदारों से काफी प्रभावित रहा है। 90 के दशख में जब संजय दत्त फिल्मों में गुंडे या गैंगस्टर का रोल करते तो हाशिम उन किरदारों को देखकर रोमांचित हो जाता था। इसलिए उनसे ‘संजू बाबा’ से प्रभावित होकर अपने नाम के पीछे बाबा भी लगा लिया। इतना ही नहीं संजय दत्त के बड़े बालों को देखते हुए हाशिम ने भी बड़े बाल रखने शुरू कर दिए थे। गैंगस्टर हाशिम बाबा का अपराध से वास्ता साल 2007 में पड़ा। उसने अपने ‘क्राइम करियर’ की शुरुआत जुए के धंधे से की और कुछ ही सालों में दिल्ली के अंदर सट्टे के कारोबार में सबसे बड़ा नाम बन गया। हाशिम बाबा दाऊद इब्राहिम से भी प्रभावित रहा। उसे लगता था कि सट्टे के कारोबार में इतना फेम नहीं है। अगर देश-दुनिया में अपना नाम बनाना है तो दाऊद इब्राहिम की तरह कुछ बड़ा करना होगा। इसलिए वह बाद में हत्या और अपहरण के धंधे में उतर गया। वैसे हाशिम बाबा का परिवार यूपी के अलीगढ़ का रहने वाला है, लेकिन उसके पिता काफी पहले अलीगढ़ छोड़कर दिल्ली के जाफराबाद में अपने भाई के पास आकर बस गए थे।
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4.कपिल सांगवान: नेताओं की हत्या करने वाला गैंगस्टर
बीजेपी नेता सुरेंद्र पटियाला, इनेलो नेता नफे सिंह राठी और राठी के दोस्त जय किशन की हत्या… दिल्ली-एनसीआर में आतंक मचाने वाले गैंगस्टर कपिल सांगवान का नाम कई नेताओं की हत्या में सामने आ चुका है। जुर्म की दुनिया में उसे ‘नंदू’ के नाम से जाना जाता है। नेता हत्याकांड में नंदू का सबसे चर्चित केस हरियाणा के बहादुरगढ़ के इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) नेता नफे सिंह की हत्या का मामला है। नफे सिंह राठी इनेलो हरियाणा यूनिट के प्रमुख थे। नफे सिंह और उनके दोस्त जय किशन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कपिल सांगवान ने खुलेआम ऐलान करते हुए इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इसके अलावा दिल्ली के मटियाला विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी नेता सुरेंद्र मटियाला की हत्या के मामले में भी कपिल सांगवान मास्टमाइंड है। नंदू खुद तो ब्रिटेन में रहता है, लेकिन बताया जाता है कि दिल्ली से जेल में बंद रहकर कपिल का बड़ा भाई ज्योति सांगवान गैंग का काम संभालता है।

5.इरफान उर्फ छेनू: कोर्ट में फायरिंग और दो गैंगस्टर हुए एक
दिल्ली के चर्चित गैंगस्टर की लिस्ट में अगला नाम इरफान उर्फ छेनू पहलवान का है। छेनू नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का कुख्यात अपराधी है, जो तिहाड़ से अपराध का साम्राज्य चलाता है। छेनू पर मकोका लगाया गया है। वह तिहाड़ में बंद रहकर अपना काला कारोबार चलाता है। कुख्यात बदमाश छेनू और गैंगस्टर नीरज बवाना के बीच करीबियां हैं। इसकी शुरुआत उस समय हुई, जब साल 2015 में दिल्ली की कोर्ट में पेशी पर आए छेनू पर गोलीबारी की गई। अचानक अदालत पहुंचे दो नाबालिगों ने फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली जज के बिल्कुल करीब से निकली। उन्होंने झुककर खुद को बचाया। इस फायरिंग में छेनू की जान तो बच गई, लेकिन एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। इस घटना ने ही छेनू गैंग को नीरज बवाना गैंग के करीब ला दिया और दुश्मन गैंग से निपटने के लिए दोनों एक हो गए। छेनू पर फिरौती, रंगदारी, हत्या जैसे कई मामले दर्ज हैं