देवभूमि न्यूज 24.इन
भाई दूज और रक्षा बंधन दोनों ही भाई-बहन के रिश्तों से जुड़े हुए त्योहार हैं, लेकिन इनमें कुछ अंतर हैं
रक्षा बंधन श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जबकि भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है।

रक्षाबंधन पर बहने अपने भाई को राखी बांधती है आरती उतारती है तिलक करती है और मिष्ठान खिलाने की प्रथा है जबकि भाई दूज पर भाई बहन के घर जाकर तिलक लगाने के बाद भाई को भोजन के बाद पान खिलाने की प्रथा है

कथा रक्षा बंधन पर महाराजा बली की कथा सुनने का प्रचलन है, जबकि भाई दूज पर यम और यमुना की कथा सुनने का प्रचलन है।
पूजन भाई दूज पर यमराज और यमुना का पूजन किया जाता है, जबकि रक्षा बंधन पर ऐसा नहीं होता है।
प्रचलन भाई दूज संपूर्ण भारत में मनाया जाता है, जबकि रक्षा बंधन कुछ प्रांतों में ही प्रचलित है।
