*देवभूमि न्यूज 24.इन*
⭕इस बार कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 5 नवंबर को मनाया जा रहा है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना गया है। साथ ही इस दिन पर दीपों की संख्या का भी विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कार्तिक पूर्णिमा पर कितने दीपक जलाने चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा पर विशेष महत्व रखता है गंगा स्नान।
इस दिन दीपदान करने से मिलती है सुख-समृद्धि।
5 नवंबर को मनाई जाएगी कार्तिक पूर्णिमा।
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा को विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन पर स्नान-दान का काफी महत्व है। माना गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान करने से साधक को देवी-देवताओं की कृपा मिलती है। साथ ही इस दिन पर दीपदान करने से भी साधक को जीवन में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं दीपदान की विधि।
⚜️दीपदान के लिए शुभ मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का पर्व भी मनाया जाता है। इस दिन पर दीपदान करने के लिए शाम 5 बजकर 15 मिनट से शाम 7 बजकर 50 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहने वाला है। ऐसे में आप इस मुहूर्त में दीपदान करके शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं।
⚜️दीपदान की विधि
दीपदान करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद पवित्र नदियों विशेषकर गंगा में स्नान करें। अगर आपके लिए ऐसा करना संभव न हो तो अपने घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। इसके साथ ही आसपास के ही किसी नदी या तालाब में गंगा मां का स्मरण करते हुए भी स्नान कर सकते हैं। इसके बाद दीपदान करें और इस दौरान •”ॐ नमो नारायणाय” व •ओम नमः शिवाय मंत्र का जप करें। इस विधि से दीपदान करने से आपके अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
⚜️कितने दीपक जलाना है शुभ
कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर में शुद्ध घी या सरसों के तेल का इस्तेमाल करते हुए दीपक जला सकते हैं। इस दिन पर विषम संख्या जैसे कि 5, 7, 11, 21, 51 या फिर 101 दीपक जलाना शुभ माना गया है। इस दिन पर घर के आंगन, छत, मुख्य द्वार और तुलसी के पास भी दीपक जरूर जलाएं। इससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
*🚩#हरिऊँ🚩*