रोहडू उपमंडल के कारालश में आयोजित हुआ विशाल विधिक साक्षरता शिविर

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देवभूमि न्यूज नेटवर्क
रोहड़ू/शिमला
हिमाचल प्रदेश

उपमंडल रोहड़ू के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बलसा (कारालश) में “विशाल विधिक साक्षरता शिविर–2025” का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रोहड़ू अनिल शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण, रोहड़ू के अध्यक्ष अनीश कुमार ने की।

शिविर में विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकता के साथ-साथ आपदा पीड़ितों के पुनर्वास, नशा निवारण और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई।

अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रोहड़ू अनिल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से लोगों को न केवल कानूनी अधिकारों की जानकारी मिलती है, बल्कि वे विभिन्न सरकारी योजनाओं से भी अवगत होते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे संविधान के अनुच्छेद 39(ए) के अंतर्गत प्रत्येक नागरिक के लिए न्याय तक समान पहुँच सुनिश्चित की गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति आर्थिक या सामाजिक कारणों से न्याय से वंचित न रहे।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समाज के विभिन्न वर्गों जैसे महिलाएं, बच्चे, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं आपदा पीड़ितों के लिए निःशुल्क कानूनी सहायता का प्रावधान किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय, राज्य, जिला एवं उपमंडल स्तरीय विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से नागरिक मुफ्त कानूनी परामर्श और सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

उपमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकरण, रोहड़ू के अध्यक्ष अनीश कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं वक्ताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण तथा हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जन-सामान्य को कानूनी रूप से जागरूक बनाने के उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस शिविर में हुई चर्चा से लोगों में नशा-निवारण, पर्यावरण संरक्षण और आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

कार्यक्रम के दौरान एसडीएम रोहड़ू धर्मेश रामौत्रा ने आपदा पीड़ितों के पुनर्वास की प्रक्रिया, राहत प्रबंधन तथा प्रशासन की भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आपदा के समय प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता पहुँचाना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है तथा सभी नागरिकों को भी राहत कार्यों में सहयोग करना चाहिए।

नशा निवारण विषय पर डीएसपी रोहड़ू प्रणव चौहान, चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविंद्र शर्मा, सहायक जिला अभियोजन अधिकारी तेनजिन नेगी एवं अधिवक्ता निधि रेटका और अधिवक्ता पुनीत ने विस्तृत जानकारी प्रदान की।

उन्होंने कहा कि नशा समाज और विशेषकर युवा वर्ग के भविष्य के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है। इस समस्या को समाप्त करने के लिए परिवार, समाज, प्रशासन और न्याय व्यवस्था सभी को मिलकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।

पर्यावरण संरक्षण विषय पर रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर संजीव भारद्वाज ने कहा कि स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने वन एवं पर्यावरण संरक्षण से संबंधित नियमों और योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।

इसी क्रम में तहसील कल्याण अधिकारी आदर्श दत्ता ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी तथा खंड विकास अधिकारी कार्यालय से मीनाक्षी ने महिलाओं की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं स्वयं सहायता समूहों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

शिविर के दौरान स्कूल की छात्राओं द्वारा “बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ” पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गई, जिसे उपस्थितजनों ने सराहा।

इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी देवी दयाल सरण, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बलसा के प्रधानाचार्य राकेश मूलटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, अधिवक्ता, पंचायत प्रतिनिधि, शिक्षक, छात्र-छात्राएँ एवं स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।