लुधियाना ज़िले के आधीन पड़ते गाँव मानगढ़ के एक तालाब में नहाते हुए प्रवासी मज़दूरों के 5 बच्चों के डूबने का मामला सामने आया है जिन को बचाने के लिए एक व्यक्ति गया वह भी डूब गया और देर शाम तक सभी बच्चों व उन्हें बचाने गए व्यक्ति की लाशों को गोताखोरों द्वारा खोज कर निकाला गया. वही पुलिस की इस मामले में जांच पड़ताल जारी है। मौके पर मौजूद चशमदीदों के मुताबिक 5 बच्चे तालाब में नहा रहे थे जबकि उनको बचाने गया एक अन्य रिश्तेदार व्यक्ति भी तालाब में डूब गया. फिलहाल सभी की लाश को तालाब से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मरने वाले बच्चों में तीन लड़कियां और दो लड़के हैं जिनकी उम्र 7 से 10 वर्ष के बीच की है जबकि बचाने के चक्कर में गया 22 वर्षीय मृतिक लड़का उनका रिश्तेदार ही है. उन्होंने कहा कि सभी बच्चे प्रवासी मज़दूरों के दो परिवार से संबंधित हैं जिनमें से मोनू नामक (एक लड़का) प्रिया, लक्ष्मी व आरती नामक (तीन लड़कियां) चार बच्चे एक ही परिवार के व मोहमम्द कलीम नामक एक बच्चा एक परिवार का है और मरने वाला एक अन्य 22 वर्षीय व्यक्ति उन्ही बच्चों का रिश्तेदार है। बच्चे गर्मी के इस मौसम में तालाब में नहाने के लिए आये थे मगर तालाब में काफी गार (दल-दल) थी जिसकी वजह से वह ठीक से तैर नहीं पाए होंगे और डूब गये. इस बाबत पुलिस द्वारा 174 की कार्यवाही की गई है. उधर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 50 हज़ार रुपये की एक्स ग्रेशिया ग्रांट देने का भी ऐलान कर दिया है। मृतिकों के परिजनों के मुताबिक जब यह घटना हुई वह सभी मजदूरी करने गये हुए थे और उन्हें अचानक से उनके बच्चे डूब जाने की ख़बर मिली जिससे उनके पैरो तलें की ज़मीन ही खिसक गई और वो भाग कर यहाँ पर आये तब तक उनके सभी बच्चों की डूबने से मौत हो चुकी थी.