लुधियाना पुलिस मुख्यालय के सामने एक पीड़ित परिवार ने अपने व अपने परिजनों के ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया. पीड़ित सतविंदर पाल सिंह का कहना है कि उसकी दुकान से जबरन ताला तोड़कर कुछ लोगों ने सारा सामान चोरी कर लिया लेकिन इतने महीने बीत जाने के बाद भी उनके इलाके की पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है जबकि उसने अपने साथ हुई धक्केशाही के खिलाफ तमाम सबूत भी पुलिस को दे दिए हैं मगर पुलिस उन्हें इन्साफ देने की बजाय उल्टा उन्ही से अभद्र भाषा में बात करती है. इन्ही सब कारणों से दुखी होकर वो अपनी पत्नी व अपने दो नन्हे बच्चों को लेकर यह कदम उठाने जा रहा है जिसको लेकर पीड़ित व्यक्ति ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया और खुद को आग लगाने लगा लेकिन वहां मौजूद मीडिया कर्मियों और अन्य लोगों ने बचाओ करते हुए उनसे माचिस व् पेट्रोल की बोतल भी छीन ली और जहां-जहाँ उसने अपने व् अपनी पत्नी व बच्चों के उपर पेट्रोल छिड़का था वहां पानी डाल दिया गया. पीड़ितों रोते-बिलखते हुए बताया कि उनकी लुधियाना के बस्ती जोधेवाल के आधीन आते क्षेत्र काली सड़क पर उनकी एक भाटिया ऑटो पार्ट्स नामक दूकान है जिसपर करीब डेढ़-दो महीने से पड़ोसियों ने जबरन कब्ज़ा कर रखा है. जिसकी शिकायत उन्होंने स्थानीय पुलिस को भी दी मगर स्थानीय इलाके की पुलिस उन्हें इंसाफ़ देने या दिलवाने की बजाय उल्टा उन्हें ही हर बार थाने में बुलाकर ज़लील करती और गालियाँ देती है. उन्होंने बस्ती जोधेवाल के थाना प्रभारी गोल्डी बिरदी, सब इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह और एएसआई विजय कुमार पर आरोपियों के साथ मिलीभगत करने का भी गंभीर आरोप लगाया है. काबिलेज़िकर है कि लुधियाना का थाना बस्ती जोधेवाल पहले भी कई बार अपनी कारगुज़ारी व अपने काम करने के तरीकों को लेकर विवादों में आ चूका है और अक्सर कई पीड़ितों व् शिकायतकर्ताओं द्वारा इस थाने में तैनात थाना प्रभारी और उनके सहयोगी पुलिस मुलाज़िमों पर कई प्रकार के गंभीर आरोप लगते रहें हैं मगर अब फिर से इस घटना के सामने आने के बाद लुधियाना के उच्च स्तरीय पुलिस अधिकारी अपनी लाख कोशिशों के बाद भी इस थाने की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने में अब भी असफ़ल नज़र आते हुए दिखाई दे रहें हैं.