अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल की तीसरी संध्या में हिमाचल के लोक कलाकारों ने खूब समां बांधा।

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अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल की तीसरी संध्या में हिमाचल के लोक कलाकारों ने खूब समां बांधा।

देवभूमि न्यूज डेस्क
शिमला

शिमला में हिमाचली गायक हंसराज रघुवंशी व नाटी रॉक स्टार दिलीप सिरमौरी का जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोला।

सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्यातिथि प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने शिरकत की। उपायुक्त आदित्य नेगी ने मुख्यातिथि सहित स विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में सबसे पहले प्रदेश के लोक कलाकार प्रवेश निहालटा ने मंच संभाला। “कुपड़ी मामा, राम चंद्रा री शिल्या” पर दर्शकों को नचाया। इसके बाद करनैल राणा ने “कैसा लगा गोरिए पहाड़ा दा बसणा” गीत प्रस्तुत किया। पहाड़ी लोक गायक हेमंत शर्मा ने “होब्बे लालिये हो, मुदडी जोगे न रोई कानो, मेरे प्यारुआ मारे खाणी जलेबी” और रामेश्वर शर्मा ने “नाटी लागे नाचणा” गीतों पर खूब रंग जमाया।
मशहूर पहाड़ी कलाकार नाटी रॉकस्टार दिलीप सिरमौर ने “पाणी री टैंकी रे भाई रामा, बाशा कंडे दा मोरा” गीतों पर धमाल मचाया।
स्टार कलाकार हंसराज रघुवंशी का दर्शकों ने सीटियां बजाकर स्वागत किया। बाबा जी ने भोले के भजनों के अलावा पहाड़ी व हिंदी गीतों की प्रस्तुति से पंडाल में बैठे लोग थिरकने पर मजबूर कर दिया। “जय शिव शंकर, हरिओम भजन” से अपने कार्यक्रम की ब शुरुआत की। “शिव कैलाशों के वासी धौलीधारों के राजा” से माहौल को भक्तिमय बनाया।
प्रसिद्ध गीत “मेरा भोला है भंडारी” गाकर पंडाल में बैठे दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।