पंजाब की साठ हजार करोड़ की म्यूजिक इंडस्ट्री पर गैंगस्टरों की नजर
देवभूमि न्यूज डेस्क
पंजाब
दुनिया में अपनी धमक बना चुकी 60000 करोड़ की पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री पर अब गैंगस्टरों की नजर है। इस इंडस्ट्री के जरिये गैंगस्टर अपने काले धन को सफेद करना चाहते हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) पंजाब को भी इसका इनपुट मिला है। इस तथ्य की जांच में आईबी को कनाडा में बैठे पंजाब से संबंध रखने वाले कुछ पंजाबी सिंगरों का कनेक्शन मिला है, जिसके बाद वह आईबी के रडार पर आ गए हैं।
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के अनुसार इस इंडस्ट्री का वर्तमान मूल्य लगभग 60 हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। अच्छी बात यह है कि इस इंडस्ट्री का वार्षिक वृद्धि औसत लगभग 15 प्रतिशत हो गया है। पंजाब में म्यूजिक इंडस्ट्री में 450 से अधिक पंजीकृत संगीत लेबल हैं, जो हर दिन लगभग 20 से 25 गाने जारी करते हैं। 2021 में इस इंडस्ट्री ने 5000 से अधिक म्यूजिक वीडियो जारी किए थे। करोड़ों की इस म्यूजिक इंडस्ट्री पर पंजाब के गैंगस्टर अब अपना साम्राज्य जमाने की होड़ में लगे हैं। इसका खुलासा पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद हो चुका है।
पुलिस जांच में खुलासा हो चुका है कि कई पंजाबी गायकों के गैंगस्टरों से संबंध हैं। इसके बाद अब आईबी को ऐसे सबूत मिले हैं कि इस इंडस्ट्री के जरिये गैंगस्टर रंगदारी, हत्या और अन्य आपराधिक कार्यों से अर्जित काले धन को सफेद करने की जुगत में हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह यह भी है कि चूंकि अधिकांश सफल पंजाबी गायकों के कनाडा के साथ संबंध हैं। उनके पास या तो स्थायी निवास परमिट या उत्तरी अमेरिकी देश की नागरिकता है। ऐसे में कनाडा में बैठे पंजाब से संबंध रखने वाले गैंगस्टर आसानी से उनसे संपर्क साध लेते हैं। इस इनपुट पर आईबी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि कई कनाडा बेस्ड पंजाबी सिंगर भी इसमें गैगस्टरों के साथ संलिप्त हैं।
बिश्नोई भी खोलना चाहता था म्यूजिक कंपनी
बंबिहा ग्रुप की तरह लॉरेंस बिश्नोई गैंग भी पंजाब में म्यूजिक कंपनी खोलना चाहता था। बीते कुछ वर्षों में पंजाब की म्यूजिक इंडस्ट्री में दविंदर बंबीहा गैंग का वर्चस्व बढ़ता जा रहा था। यही बात लॉरेंस बिश्नोई खेमे को गवारा नहीं थी। पंजाब की म्यूजिक इंडस्ट्री में दखल के लिए लॉरेंस ने अपने कालेज के दोस्त विक्की मिड्डूखेड़ा का इस्तेमाल किया और सिद्धू मूसेवाला पर दबाब बनाने की लगातार कोशिश की, लेकिन सिद्धू ने काम करने से इनकार कर दिया था।
गाने तक चुनते हैं गैंगस्टर
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में गैंगस्टर यहां तक हावी है कि सिंगर का गाना भी वही तय करते हैं। साथ ही विदेशों में उनके शो कहां होंगे, कैसे मुनाफा बंटेगा। इतना ही नहीं कौन सी कंपनी उनकी एलबम को रिलीज करेगी, इसके राइट्स किसके पास होंगे, इनका फैसला भी गैंगस्टर ही करते हैं।
हिंसा की वजह गैंगस्टरों से निकटता
हिंसा और धमकियां मुख्य रूप से कलाकारों और गैंगस्टरों के बीच निकटता के कारण हैं। वहीं कलाकारों के लिए जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी से बचने का यह सबसे अच्छा तरीका है। गैंगस्टर अक्सर प्रत्येक पंजाबी लोक कलाकार से एक या दो गानों का कॉपीराइट मांगते हैं और वे बदले में उनकी सुरक्षा की गारंटी देते हैं।
गैंगस्टरों की हैं ये म्यूजिक कंपनियां
कई संगीत कंपनियां, जैसे ठग्स लाइफ और गोल्ड मीडिया को सीधे तौर पर बंबीहा गैंग संचालित कर रहा है। 2021 में मोहाली पुलिस इसका खुलासा कर चुकी है। गैंगस्टर इन संगीत कंपनियों में जबरन वसूली का पैसा लगा रहे हैं, और काले धन को सफेद कर रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला ने भी इन कंपनियों में कई गाने गए हैं, जो काफी हिट हुए थे।
इनको मिल चुकी है धमकी
अभिनेता और गायक गिप्पी ग्रेवाल और जालंधर के पंजाबी गायक राय जुझार को वीडियो कॉल के माध्यम से जबरन वसूली की धमकी मिली है। गायक-राजनेता बलकार सिद्धू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उन्हें रंगदारी के कॉल आए। गायक करण औजला को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली और कनाडा के सरी में उनके दोस्त के घर पर गोलियां चलाई गईं।
इन गायकों की बढ़ी सुरक्षा
मूसेवाला की हत्या के बाद एहतियात के तौर पर हाल ही में गायकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब पुलिस ने गायक मनकीरत औलख की भी सुरक्षा बढ़ाई है। उन्होंने दविंदर बंबीहा गिरोह से कथित तौर पर धमकी मिलने के बाद पुलिस से सुरक्षा उपाय करने का अनुरोध किया था।