सिर्फ मांसाहार में ही प्रोटीन नहीं मिलता शाकाहारी प्रोटीन फायदेमंद है -डॉ अर्चिता महाजन

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मसल्स का कमजोर होना,बालों का झड़ना,वजन कम होना,सुस्ती और थकान सब की प्रोटीन कमी से है

100 ग्राम में 12 ग्राम तो प्रोटीन मिल जाता हैसोयाबीन में 36 ग्राम, दूध में 3.4 ग्राम, पनीर में 18, मूंगफली में 18, चने में 19 ग्राम प्रोटीन मिलता है।
 
देवभूमि न्यूज डेस्क
हिमाचल प्रदेश
चंम्बा
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि कुछ लोगों को गलतफहमी होती है कि यदि प्रोटीन नहीं हो तो सिर्फ मांसाहार खाने से ही पूरी होगी बल्कि शाकाहार प्रोटीन ज्यादा बढ़िया होता है।शरीर में प्रोटीन की कमी के कुछ लक्षण होते हैं दो-तीन से ज्यादा लक्षण मिलते हो तो जरूर अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं।

यह लक्षण मांसपेशियां कमज़ोर होना और खराब होना,सूजन, खासतौर पर पैरों में,थकान और ऊर्जा की कमी महसूस होना,घाव भरने में देरी होना,बालों का पतला होना और बालों का झड़ना,ड्राई स्किन,इम्युनिटी कमज़ोर होना,स्किन पिग्मिंटेशन,नाखूनों का आसानी से टूटना हड्डियों के विकास और घनत्व में कमी अवरुद्ध विकास,वज़न घटना ,एनीमिया, मूड स्विंग आदि हो सकते हैं।दालें: लाल, हरी, काली, या भूरी दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं.बीन्स प्रोटीन का स्वादिष्ट पौधा स्रोत है.एक कप उबले हुए चने में 28 ग्राम प्रोटीन होता हैं एक बड़े अंडे में 6-8 ग्राम प्रोटीन होता है और इसमें सभी नौ ज़रूरी अमीनो एसिड होते हैं.अमरूद एक ऐसा फल है जिसमें सबसे ज़्यादा प्रोटीन होता है.कद्दू के बीज में प्रोटीन के साथ-साथ फ़ाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, और आयरन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं.काजू, बादाम, और किशमिश से भी शरीर को प्रोटीन मिलता है.राजमा, लोबिया आदि फलियां दूध, दही और चीज
मेवे ,बीज ,रामदाना यह सब प्रोटीन के शाकाहारी स्रोत है।